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“एक पैका बनाने का प्रकरण जारी है”

प्रिय साथियों,

एक पैका बनाने का प्रकरण जारी है और मैंने पिछला माह इस चिंतन को उभारने में गुज़ारा।

कार्य गति पकड़ रहा है और कायनात रास्ता दिखा रही है।

हिमांशु, जगदीप और मैं ग्वाटेमाला यात्रा पर गये और वहाँ की चीनी मिलों से और वार्तालाप हुई। काफ़ी विचार विमश के उपरांत ऐसा महसूस हुआ की हम निर्णात्मक सौदे के क़रीब हैं परंतु एग्रीमेंट पर हस्ताक्षर नहीं हो पाये। कार्य जारी रहा और अब तीन सबसे ख़ास चीनी मिलों के मालिक गण हमारा उद्योग देखने हेतु अयोध्या आ रहें हैं। यह बहुत बड़ी उपलब्धि है और हम गठबंधन के और क़रीब आ गायें हैं। अपना उद्योग देखने और आपसे मिलने के बाद मुझे पूरा भरोसा है कि हम उनका मनोबल बड़ा कर कार्य आगे बढ़ाने में सफल होंगे।

इस यात्रा के दौरान हमने ज़मीन खोजने की प्रक्रिया की भी शुरुआत कर दी। जगदीप और मैने हेलीकॉप्टर द्वारा पूरी स्तिथि का ब्योरा किया और कई स्थान चुनित किए। हम अलग अलग डेवलपर्स से भी मिले और उनसे मार्गदर्शन की प्राप्ति हुई। इसके अलावा हमने सबसे बड़े बैंको से मुलाक़ात की और उन्होंने साथ देने की इच्छा प्रकट की।

हिमांशु और मैंने कई निवेशकों से संपर्क स्थापित कर लिया है और कुछ ने प्रोजेक्ट का हिस्सा बनने में रुचि दिखाई। हम आशा करते हैं की चीनी मिलों से गठबंधन के उपरांत ज़मीन और पूँजी का कार्य गति पकड़ लेगा।

इसके अलावा हम अपने द्वारा बनाये गये फ्लेक्सिबल पैकेजिंग के सैंपल ले कर विश्व गुरु और अपने मार्गदर्शक श्री विलियम मैकडोनू से मिलने गये और उन्होंने कार्य की सराहना की और आश्वासन जताया की वह अनेक कंपनियों में इस प्रोडक्ट की प्रमोशन करेंगे।

मुझे न्यू यॉर्क में अपनी बेटी सरगम के साथ भी समय प्राप्त हुआ चूँकि वह अब वहाँ पढ़ायी कर रही है और अहसास हुआ की बच्चे कितनी जल्दी बड़े हो जाते हैं।

पैका का उद्देश्य हमेशा से रहा हैं की ऐसी संस्थान की स्थापना करें जो कि हर हिस्सेदार को आगे बड़ने का मौक़ा प्रदान करे व अपनी पूरी शक्ति इस्तेमाल करने का प्रोत्साहन प्रदान करे। इस श्रृंखला में हमारी कोशिश रही है कि एक पारिवारिक माहौल की स्थापना हो पाये परंतु पूरा ढाँचा सही ढंग से स्थापित करने में कई अड़चने आयीं हैं और सही मार्गदर्शन नहीं प्राप्त हुआ। अब अपने साथ श्रीमती हरिणी श्रीनिवासन जुड़ रहीं हैं और मेरा मानना है की उनके मार्गदर्शन में हम अपने उद्देश्य के और निकट पहुँच पायेंगे। इसी के साथ मेरे गुरु श्री प्रसाद कईपा भी अपने को हमारे साथ शामिल कर रहें हैं जिनके मार्गदर्शन द्वारा हम अपने सिद्धांतों के आधार पर मैनेजमेंट नीति स्थापित कर पायेंगे। यह सभी गुरुजन मार्च के महीने में अपने साथ होंगे।

इस माह मेरा उद्देश्य होगा कि अपने संगठन संरचना को सही स्वरूप देना जिससे की हम अगले पड़ाव के लिए संरेखित हों और अपने-अपने गुणों द्वारा अधिकतम योगदान कर पाएँ। मेरा उद्देश्य है की हर लीडर के रास्ते के रोड़ों को हटाना जिससे की पूरा संस्थान तीव्र गति से आगे बड़ें। मार्च माह में पूरी लीडरशिप टीम लक्ष्य की ओर बदने के लिए अगले वर्ष के मूल टार्गेट्स बनाएगी और AOP की स्थापना करेगी जिससे कि हम सब अपने लक्ष्य स्थापित कर LP द्वारा स्वसंचालन करने में समर्थ होंगे।

मैं आप सभी के साथ समय बिताने के इंतज़ार में हूँ।

शुभकामनाओं सहित,

आपका,

वेद

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