लीन मैन्युफैक्चरिंग में 3M और 8 वेस्ट
3M एक जापानी अवधारणा है जो मैन्युफैक्चरिंग प्रक्रिया में मौजूद नॉन – वैल्यू –एडेड गतिविधियों को पहचानने और समाप्त करने के लिए निकाली गई है। लीन मैन्युफैक्चरिंग में 8 तरह के वेस्ट मुदा के अंतर्गत आते हैं। 3M अपशिष्ट मुडा, मुरा और मुरी हैं। इसे 3M कहा जाता है क्योंकि पहला अक्षर “M” से शुरू होता है।
मुडा (बर्बादी), मुरी (ओवरबर्डन), और मुरा ( असमानता/ वेरियेशन)
मुडा प्रवाह का प्रत्यक्ष अवरोध है जैसा कि हम जानते हैं कि मुडा के 8 विशिष्ट प्रकार हैं जो भी सभी प्रतीक्षा समय कि ओर ले जाते हैं और इसीलिए एक प्रक्रिया में लम्बे समय तक नेतृत्व करते हैं | पर केवल मुडा निकालने से काम नहीं चलता, आमतौर पर मुडा को इसके दो साथियों के साथ निकालना पड़ता हैं और इसके दो साथी हैं मुरी और मुरा |
इसका अर्थ है कि LEAN के तीन शत्रु आपस में जुड़े हुए हैं और इसीलिए इसे एक साथ प्रोसेस से निकालना चाहिए |
MUDA: – बर्बादी को 8 प्रकार से परिभाषित किया जा सकता है जो कि DOWNTIME बनाते हैं |
D – Defect
O – Over Production
W – Waiting
N – Non-Utilized Skills
T – Transportation
I – Inventory
M – Motion
E – Extra Processing
Defects: – पहले दोषपूर्ण कार्य या उपकरण के कारण किसी उत्पाद को छोड़ने या फिर से दुबारा काम करने के परिणामस्वरुप अतिरिक्त लागत और देरी होती है | प्रायः निम्न कारणों से होते हैं
- प्रोडक्शन के दौरान क्वालिटी कण्ट्रोल का सही न होना
- मशीन की ख़राब मरम्मत
- उचित डॉक्यूमेंटेशन की कमी
- प्रोसेस स्टैंडर्ड्स की कमी
- कस्टमर की जरुरत को न समझना
- गलत इन्वेंट्री लेवल
Over – Production: – किसी उत्पाद कि तुलना से अधिक बनाने से भी बर्बादी के कई रूपों में परिणाम आते है आमतौर पर ये बड़े बैचों में उत्पादन के कारण होते हैं| एक बड़े बैच के उत्पादन में लगने वाले समय में ग्राहक कि जरूरतें अक्सर बदल जाती है | ओवर – प्रोडक्शन को सबसे ख़राब तरह का अपशिष्ट बताया जाता है| प्रायः निम्न कारणों से होते हैं
- अविश्वसनीय प्रकिया
- अस्थिर प्रोडक्शन सारणी का स्थिर न होना
- प्रोडक्शन की मार्किट डिमांड तथा वर्तमान में आने वाली जानकारी का न होना
- ग्राहक की आवश्यकता न समझना
- ऑटोमेशन का न होना या गलत कार्य करना
- सेट-अप टाइम का अधिक होना
Waiting: – जब भी उत्पाद परिवहन में नहीं होता या ससाधित नहीं किया जाता, तो वह प्रतीक्षा कर रहा होता है | प्रायः निम्न कारणों से होते हैं
- अनप्लांड डाउनटाइम या मशीन का अनावश्यक रूप से बंद होना
- लम्बे या बिलम्बित सेट-अप समय
- प्रोसेस के सूचनाओ का ख़राब आदान प्रदान
- प्रोसेस कण्ट्रोल की कमी
- एक पूर्वानुमान के लिए उत्पादन
- मशीन का अनावश्यक रूप से बंद होना
Non-Utilized Skills: – अक्सर उन कौशल का उपयोग कम करते हैं जो हमारे फ्लोर पर काम कर रहे साथियों के पास होते हैं या उनके दायरे में रह कर काम करने की अनुमति देते हैं ताकि ज्ञान साझा न हो | प्रायः निम्न कारणों से होते हैं
- सूचनाओ का ख़राब आदान प्रदान
- कार्यस्थल डिज़ाइन और विकास में लोगों को शामिल करने में विफलता
- नीतियों का आभाव या अनुचित नीतियाँ
- अधूरे उपाय
- ख़राब प्रबंधन
- टीम के प्रशिक्षण की कमी
Transportation: – हर बार जब किसी भी उत्पाद को छुआ जाता है या अनावश्यक रूप से स्थान्तरित किया जाता है तो एक जोखिम होता है कि यह बिना किसी अतिरिक्त मूल्य के लागत के रूप में क्षतिग्रस्त, miss हो रहा है या देरी से हो सकता है | Transportation उत्पाद के मूल्य में नहीं जुड़ता है अर्थात् ऐसा परिवर्तन नहीं है जिसके लिए उपभोक्ता भुगतान करे | प्रायः निम्न कारणों से होते हैं
- ख़राब लेआउट – आपरसन के बीच बड़ी दुरी
- सामान के रखरखाव में लम्बी दुरी का होना
- बड़ा बैच साइज़ का होना
- कई स्टोरेज
- प्रोडक्शन सिस्टम का सही न होना
Inventory: – चाहे कच्चे माल के रूप में, काम में प्रगति (WIP) या तैयार माल, जो पूंजी परिव्यय का प्रतिनिधत्व करता है जो अभी तक आय का उत्पादन नहीं कर सकता है | इस स्थिति में उत्पाद जितना रुका रहता है वह उतना ही बेकार योगदान देता है | प्रत्येक प्रक्रिया के माध्यम से काम सुचारू, निरंतर प्रवाह सुनिच्चित करता है कि अधिक मात्र में इन्वेंटरी कम से कम हो | प्रायः निम्न कारणों से होते हैं
- अत्यधिक प्रोडक्शन
- उत्पादन में देरी या प्रतीक्षा की बर्बादी
- इन्वेंटरी का सही न होना
- अत्यधिक ट्रांसपोटेसन
Motion: – परिवहन के विपरीत जो उत्पाद को स्थान्तरित करने से क्षति और लेनदेन कि लागत को संदर्भित करता है, यहाँ पर परिवहन से तात्पर्य है कि उस क्षति और लागत से है जो उत्पाद बनाते समय होता है | इसमें उपकरण में टूट – फूट बढ़ जाती है, फ्लोर पर कार्य कर रहे साथियों में तनाव व चोट लगने की समस्या आ सकती या अनावश्यक डाउनटाइम भी हो सकता है | प्रायः निम्न कारणों से होते हैं
- ख़राब वर्क स्टेशन लेआउट
- ख़राब प्रोडक्शन प्लान
- ख़राब प्रोसेस डिज़ाइन
- उपकरण का कई प्रोसेस में उपयोग होना
- सिंगल ऑपरेसन
- उत्पादन मानकों की कमी
Extra – Processing: – किसी उत्पाद कि तुलना में अधिक करने के लिए अंतिम-ग्राहक परिणामों की आवश्यकता होती है, जिसमे अधिक समय लगता है और उत्पादन करने में अधिक लागत आती है | इसमें ऐसे घटकों का उपयोग करना भी शामिल है जो पूरी तरह से आवश्यकता से अधिक सटीक, जटिल, महंगे या उच्च गुणवत्ता वाले हैं | प्रायः निम्न कारणों से होते हैं
- सूचनाओ का ख़राब आदान प्रदान
- कस्टमर की जरुरत को न समझना
- ह्यूमन एरर
- स्लो अप्रूवल प्रोसेस या एक्ससेससिव रिपोर्टिंग
MURI: – जब आपरेटरों या मशीनों को अपना कार्य समाप्त करने के लिए 100% से अधिक उपयोग किया जाता है तो वे ओवरबर्डन हो जाते है, इसके लिए सुरक्षा, मानकों के डिजाईन और सभी मानक के स्टेप्स पर ध्यान केन्द्रित करना चाहिए|
MURA: – ग्राहक के मांग में उतार चढ़ाव, प्रति उत्पाद प्रक्रिया के समय में उतार चढाव इत्यादि इसमें आते हैं | जब मुरा कम नहीं होता है तो मुरी कि सम्भावना बढ़ जाती है|