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डेंगू बुखार: कारण ,उपचार तथा बचाव
डेंगू बुखार :-
डेंगू बुखार एक आम संचारी बीमारी है |जिसकी मुख्य विशेषताएं- तेज बुखार अत्यधिक शरीर दर्द ,सिर दर्द ,मांसपेसियों और जोड़ों मे दर्द,एवं शरीर पर चकत्ते/दाने जो कि इसके मुख्य लक्षण होते है |
डेंगू बुखार किस कारण होता है -:
डेंगू वायरस (विषाणु ) द्वारा होता है डेंगू बुखार जिसे आम तौर पर हड्डी तोड़ बुखार के रूप मे जाना जाता है यह एक फ्लू जैसी बीमारी है जो डेंगू वायरस के कारण होती है डेंगू 4 वायरसो के कारण होता है | DNB-1, DNB-2, DNB-3, DNB-4, जब यह पहले से संक्रमित ब्यक्ति को काटता है तो वायरस शरीर मे प्रवेश कर जाता है |और बीमारी तब फैलती है जब वह मच्छर किसी स्वस्थ ब्यक्ति को काटता है और वायरस ब्यक्ति के रक्त प्रवाह के जरिए फैलता है |
उपचार :-
यदि रोगी मे DHF ( Dengu Hemorrhagic Fiver ) या DSS ( Decisian Support System ) की ओर संकेत करने वाला एक भी लक्षण दिखे तो जल्दी से अपने किसी निकटतम अस्पताल ले जाए जिससे वहाँ जरूरत के अनुसार परीक्षण करके रोगी का उपचार शुरू हो सके, जैसे की द्रवों या प्लेटलेट्स कोशिकाओ को नस के द्वारा चढ़ाया जा सके प्लेटलेट्स एक प्रकार की रक्त कोशिकाये होती है जो DHF और DSS मे कम हो जाती है |डेंगू बुखार के प्रत्येक रोगी को प्लेटलेट्स चढ़ाने की जरूरत नहीं होती |
बचाव :-
डेंगू मच्छर केवल पानी के स्रोतो मे ही पैदा होते है | जैसे की नालियो,गड्ढों,रूम कूलर,टूटी बोतले,पुराने टायर्स,वा डिब्बों तथा ऐसी अन्य जगह जहां पानी ठहरता हो उससे बचने के लिए अपने घर के आसपास पानी एकत्रित न होने दें | रुकी हुई नालियों को साफ कर दें रूम कूलरों फूलदानों का सारा पानी सप्ताह मे 1 बर खाली कर दें |पानी की टंकी एवं बर्तनों को सही तरीके से ढक कर रखें जिससे मच्छर उसमे प्रवेश न कर सके ऐसे कपड़े पहने ताकि शरीर का अधिक से अधिक भाग ढका रहे और घर के आसपास मासकीटो फॉगिंग करवा दे जिससे मच्छर मर जाएं |