यात्रा की शुरुआत रिओ दुलसे नाम के क्षेत्र से हुई जो की एक नदी पर बसा हुआ इलाक़ा है। यहाँ के लोग अपना संपूर्ण जीवन नदी पर बिताते हैं और पूरा रहन सहन और व्यापार नौकाओं के माध्यम से किया जाता है। लिविंगस्टन यहाँ का मुख्य शहर है और इसे सिर्फ़ पानी के माध्यम से पहुँच सकते हैं। यहाँ की संस्कृति व समाज कैरिबियन देशों से प्रभावित है क्योंकि वहाँ के लोग यहाँ कई वर्षों पूर्व आ कर बस गए।
रिओ के बाद एक लंबा सफ़र पिछड़ी हुई घाटियों से किया जिससे इस देश की निर्धनता का भी अंदेशा प्राप्त हुआ। इस पूरे 8-10 घंटे की यात्रा में कच्चे रास्ते व दरिद्रता नज़र आयी। लोगो की रहने की व्यवस्था दर्दनाक थी और किसी तरह से यहाँ की जानता गुज़ारा कर रही थी। ऐसा लगा कि यहाँ काम फैला कर हम कुछ अच्छा योगदान कर पायेंगे। पिछड़ापन तो था परंतु इसी के साथ साथ प्राकृतिक सुंदरता भी देखने मिली। हमने चेमुक चाँपे नाम के क्षेत्र में समय बिताया जो की अपने झरनों और नदियों के लिये मशहूर है।
क्वेट्ज़लटेंगों या क्षेला यहाँ का दूसरे नंबर का शहर है और यहाँ पर समय प्राप्त हुआ। यहाँ हम शहर के मध्य में रुके और शोर शराबे, ट्रैफिक, प्रदूषण इत्यादि का एहसास हुआ। इसी के साथ हमने इस क्षेत्र के बारे में समझा। यहाँ भी प्राकृतिक सुंदरता भरपूर है। यह पहाड़ी इलाक़ा है और ज्वालामुखियों से घिरा हुआ है। यहाँ पारंपरिक मायन परजातियों का प्रभाव वेश भूषा और लोगो के रूप में देखने को मिलता है।
यहाँ के उपरांत हमने पैका ग्वाटेमाला की होने वाली ज़मीन पर भूमि पूजन किया। यह समारोह मायन विधि से आयोजित किया गया और हमें यहाँ की सांस्कृतिक धनवन्ता का और अहसास हुआ। यहाँ पर अपना मार्गदर्शन कर रही मोनिका जी ने इसका आयोजन किया और दो पारंपरिक नारी पुरोहितों ने संचालन किया। यहाँ की प्रथा भी अपने हवन प्रक्रिया से मिलती जुलती हुई है और हमने तमाम प्रेतात्माओं से आशीर्वाद प्राप्त किया।
इस कार्यक्रम के बाद हमने अपने ग्वाटेमाला में बसे तमाम दोस्तों को एक दावत में आमंत्रित किया और उनके साथ अपनी ख़ुशी बाटी। हमने यहाँ एक पारंपरिक संगीत वाले समूह को बुलाया जो की पुराने भूले हुए यंत्रों का उपयोग करते हैं और तमाम प्राकृतिक ध्वनियों से हमें जोड़ते हैं। इसी के साथ साथ हमने शुद्ध शाकाहारी भोजन प्रदान किया जो की यहाँ के लिए अद्भुत है। अपनी टीम ने अपना पहला साईट मैप प्रस्तुत किया और मेहमानों ने इसकी सराहना की।
इसके उपरांत हम दो सप्ताह के लिए उत्तरी इलाक़े फ़्लोर्स गये जहां मैंने स्पैनिश भाषा के साथ समय बिताया व इस पुराने क्षेत्र का ब्योरा किया। यह एक अद्भुत ऐतिहासिक इलाका है। यह प्राचीन मायन सभ्यता का केंद्र रहा और तमाम पुरानी इमारतों यहाँ अभी भी प्रकट हो रही हैं। हमने हेलीकॉप्टर के माध्यम से ‘एल मिराडोर’ नामक क्षेत्र का भ्रमण किया और फिर टिकाल, जो की इस पूरी सभ्यता के लिये सबसे महत्वपूर्ण माना जाता है, वहाँ समय बिताया। यह इलाक़ा भी पानी से भरपूर है और कई सुंदर नज़ारे देखने मिलते हैं। मुझे इसके उपरांत मोनिका जी के साथ यात्रा कर पौराणिक औषधियों की खोज करने का अवसर भी प्राप्त हुआ।