प्रिय साथियों,
पिछले माह। की शुरुआत अयोध्या टीम के साथ दिवाली मनाने से हुई।
मेरी समझ में दिवाली दूसरों के प्रति कृतज्ञता का त्योहार है। यह पर्व हमें याद दिलाता है की हमारे जीवन से कितनी आत्माएं जुड़ी हैं और कितने लोगों की वजह से हमारे जीवन में संभावनाएं प्रकट होती हैं।
छोटी दिवाली पर कई साथियों के निवास पर जा कर परिवारों से मिलने का मौका प्राप्त हुआ और अपनी माता जी के साथ भोजन प्राप्त किया।
दिवाली पर हम जनपद के अधिकारियों से मिलते हैं और उनको धन्यवाद देते हैं। इस बार एहसास हुआ कि पैका की ख्याति फैल रही है और सभी अफ़सरों ने बहुत सम्मान सहित काफ़ी समय दिया। मुलाकात करने से रिश्तों में घनिष्ठता बड़ती है और कई अन्य जानकारियां प्राप्त होती हैं।
हर त्योहार अपने लिए साथ आने का मौका है और इस बार कई वर्षों के उपरांत अपनी टीम ने ऐसा आयोजन किया कि कई परिवार दिवाली पूजा में सम्मिलित हुए और आनंद बाटने का मौका मिला। बच्चों के साथ पटाके छोड़े गए और इस बार मेरी दिवाली बहुत खास हो गई क्योंकि दिनेश (PM२) के बच्चों ने अपने घर भोजन का मौका प्रदान किया। अपने ग्रुप CFO रोलैंडो जी भी साथ थे और हमारे लिए यह दिवाली का सबसे यादगार हिस्सा बना।
परवाह के दिन लखनऊ जा कर अधिकारियों से मिलने का मौका प्रदान होता है और यहाँ भी गौतम जी के द्वारा बनाये गए सम्बन्धनों की घनिष्ठता का अहसास प्राप्त हुआ। कई पुराने मित्र और कुछ नए शुभचिंतकों से मुलाक़ात हुई और सभी ने बहुत आदर सत्कार किया।
मुझे दिवाली के ठीक बाद शिकागो निकलना पड़ा क्योंकि अपनी टीम वहाँ पैक एक्सपो नाम एक प्रदर्शनी में भाग ले रही थी। यहाँ टीम के साथ समय मिला और अपनी नई मार्केटिंग हेड नायलन जी के साथ कई इंडस्ट्री के साथियों के साथ वार्तालाप करने और सीखने का मौक़ा प्राप्त हुआ। यह अहसास हुआ कि हमें फ्लेक्सिबल पैकेजिंग की ओर पूरे ज़ोर शोर से कार्य करना होगा।
महीने के मध्य में कावॉक प्रोजेक्ट टीम पोर्टलैंड में सम्मिलित हुई और हमने टेक्नोलॉजी के प्रति चर्चा की। हमारी कोशिश है कि यह प्रोजेक्ट विश्व का सबसे आधुनिक प्लांट बने और इसके लिए हम कई क्षेत्रों से विशेषज्ञ ढूंड के सम्मिलित कर रहे हैं।
संस्थान के ढांचे पर कार्य जारी रहा और इसका प्रारूप धीरे धीरे और साफ़ हो रहा है। इस माह हमने इंसेंटिवाइज़ेशन सिस्टम पर भी चर्चा की जिससे कि हम सब अपने लक्ष्यों से और जुड़ पायें।
नए टीम मेंबर्स की खोज जारी है और हमे ख़ास कर के अपने R&D की दिशा पर जुट कर कार्य करना होगा। इसके लिए अच्छे नेतृत्व की आवश्यकता है जिससे की हम विश्व में परिवर्तन लाने में सफल हो पाएंगे।
सतीश के साथ मिल कर अमेरिका के व्यापार पर भी चर्चा हुई और इसको दिशा देने पर कार्य जारी रहा।
हमें आने वाले माह में कई कार्यों को सही रूप देना है जिससे की दोनों प्रोजेक्ट और ठोस हों पाएं और निवेश और केंद्रित करने में समर्थ हों।
मेरी प्रयत्न होगा कि अपने संस्थान को सटीक राह पर लायें जिससे कि हम अपने लक्ष्यों पर खरे उतर पायें।
आशा करता हूँ की इस वर्ष का आखरी माह आप सब के लिए आनन्दपूर्ण होगा और आप अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने में सफल होंगे।
शुभकामनाओं सहित,
आपका,
वेद