पैका का पुन: उत्पन्न पैकेजिंग में उत्कृष्टता की ओर मार्ग

जनवरी, 2025 |

ET डिजिटल से विशेष बातचीत में पैका लिमिटेड के ब्रांड और मार्केटिंग प्रमुख (भारत) प्रणय पसरीचा ने कंपनी की स्थिरता के प्रति अडिग प्रतिबद्धता पर प्रकाश डाला। चक की टेबलवेयर जैसे जैविक रूप से विघटित उत्पादों के विकास से लेकर ऊर्जा-कुशल निर्माण सुविधाओं की स्थापना तक, पैका अपनी परियोजनाओं में पारिस्थितिकी-संवेदनशील प्रथाओं को प्राथमिकता देता है।

मुख्य बिंदु:

  • ऊर्जा-कुशल निर्माण: पैका की अयोध्या स्थित सुविधा, जो नवीकरणीय सामग्री जैसे कि बैगासे और चावल की भूसी का उपयोग करती है, 95% ऊर्जा स्व-निर्भरता और 50% पानी पुन: उपयोग दर के साथ एक मापदंड स्थापित करती है।
  • स्थायी सोर्सिंग: कंपनी भारत के गन्ने से समृद्ध क्षेत्रों से स्थानीय रूप से कच्चे माल प्राप्त करती है, ताकि नवीकरणीय और जिम्मेदारी से प्राप्त सामग्री का उपयोग किया जा सके।
  • वैश्विक विस्तार के साथ स्थिरता: अयोध्या में प्रोजेक्ट जागृति और ग्वाटेमाला में प्रोजेक्ट कावोक जैसी पहलों का उद्देश्य वैश्विक स्तर पर पारिस्थितिकी-संवेदनशील निर्माण को नया रूप देना है।

पैका का लक्ष्य 2030 तक पुन: उत्पन्न पैकेजिंग उद्योग में वैश्विक नेता बनना है, और इसे एक सार्वभौमिक मानक बनाना है। नवाचार और सस्ती तकनीकों पर ध्यान केंद्रित करते हुए, पैका न केवल उपभोक्ता की उम्मीदों को पूरा कर रहा है, बल्कि एक हरित भविष्य का निर्माण कर रहा है।

0 0 votes
Article Rating
guest

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.

0 Comments
Oldest
Newest Most Voted
Inline Feedbacks
View all comments
Back to top button
0
Would love your thoughts, please comment.x
()
x